Short description – बिहार मुख्यमंत्री द्वारा पिछरा और अति पिछरा वर्ग को साथ ले कर चलने के लिए बहुत सारी योजना चलाई है | जिसके अंतर्गत पिछरा और अति पिछर वर्ग लाभ देने के लिए बहुत सारी योजनाए चलाई है |
जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र के लोगो और पढाई करने बाले छात्रो को बहुत सारे लाभ देने का बड़ा किया है | जिसे बहुत सारे फायदे है जो की निम्न है |
जिसके बारे में हमने निचे जानकारी दी है | इस योजना के बारे में जानकारी ले कर आप भी इस योजना का फायदा उठा सकते है |
नई पहल |
- मुख्यमंत्री छात्रावास योजना – विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में पढाई करने बाले छात्र /छात्रओं को पार्टी छात्र /छात्रा रु .-1000 प्रति माह की दर से छात्रावास अनुदान का लाभ दिया जा रहा है |
- छात्रावास में मुफ्त खाद्दान योजना – छात्रवासों में आवासित छात्र /छात्राओ को कि0 ग्र0 प्रति छात्र /छात्रा प्रतिमाह की दर से खाद्दान (गेंहू और चावल ) के डोर स्टेप आपूति की जा रही है |
- मुख्यमंत्री सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना – संघ लोक सेवा आयोग , नई दिल्ली द्वारा आयोजित सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा (P T) में उत्तीर्ण होने वाले अत्यंत पिछरा वर्ग के अभ्यथियों को एकमुश्त रु/-एक लाख तथा बिहार लोक सेवा आयोग , पटना द्वारा आयोजित संयक्त प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारम्भिक परीक्षा (P T ) में उत्तीर्ण होने बाले अभ्यथियों को अग्रेतर तैयारी हेतु एकमुश्त रु/-50,000 का लाभ दिया जा रहा है |
- मुख्यमंत्री ग्रामीण आवास एवं वास स्थल क्रय सहायता योजना – अतिपिछरा वर्ग के वैसे लाभुक जिनका घर जीर्णोशीर्ण हो गया है या उनका नाम प्रधान मंत्री आवास योजना (ग्रामीण ) में छुट गया है , उन्हें आवास निर्माण के लिए 1.20 लाख का सहायता राशि दी जाएगी इन्ही परिवार के वैसे लोग जिनके पास आवास निर्माण हेतु जमीन नही है , उन्हें भूमि क्रय हेतु रु/- 60,000 की सहायता राशि दी जा रही है |
- मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति ,अनुसूचित जनजाति एवं उधमी योजना – युवक /युवतियों को उधोग लगाने हेतु रु/-दस लाख तक की राशि दी जाती है ,जिसमे से अधिकतम रु /- पांच लाख ब्याज मुक्त ऋण तथा शेष रु/- पांच लाख प्रोत्साहन अनुदान | लाभुको के प्रशिक्षण के लिए प्रति इकाई रु/-25 ,000प्रावधानित |
- मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना – रु /- एक लाख तक प्रति वाहन अनुदान का प्रावधान | हर पंचायत में पहले से अतिपिछरा वर्ग के दो लाभुको को लाभन्वित करने का प्रावधान था | फिर से बढ़ा कर तीन लाभुक कर दिया गया | पंचायती राज संस्थानों एवं नगर निकायों में कानून बनाकर अतिपिछरे वर्गों को 20% आरक्षण दिया गया है |राज्य की उच्च न्यायिक सेवा एवं कनीय न्यायिक सेवा में सीधी नियुकित में अतिपिछरा वर्ग के लिए 21% तथा पिछरे बर्ग के लिए 12% आरक्षण का प्रावधान किया गया है | अति पिछरा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृति योजनाओं में पारिवारिक वार्षिक आय सीमा को रु /-1.50 लाख से बढ़ा कर 2.50 लाख कर दिया गया है |
शैक्षणिक प्रोत्साहन |
- मुख्यमंत्री अति पिछरा वर्ग मेधावृति योजना – अति पिछरा वर्ग के वैसे स्टूडेंट , जो बिहार विधालय परीक्षा समिति से दसवी की परीक्षा प्रथम स्थान से पास होते है , उन्हें मेधावृति योजना के तहत रु /-दस हजार की राशि दी जाती है |
- मुख्यमंत्री पिछरा वर्ग मेधावृति योजना – पिछरा वर्ग के वैसे स्टूडेंट जो बिहार विद्यालय समिति से दसवी की परीक्षा प्रथम स्थान से पास की है एवं जिनकी पारिवारिक आय रु/-1,5 लाख तक है या उसे से कम हो मुख्यमंत्री पिछरा वर्ग मेधावृति योजना के तहत 10,000 की राशि दी जाती है|
- छात्रवृति योजना – विद्यालय स्तर से महाविद्यला /विश्वविद्यला स्तर तक विभिन्न प्रकार के छात्रवृति योजनाओ का लाभ पहुँचाया जा रहा है |
- आवासीय विद्यालय – पिछरा वर्ग एवं अति पिछरा वर्ग के छात्राऔ के शैक्षणिक उत्थान के लिए पिछरा वर्ग एवं अति पिछरा वर्ग कल्याण विभाग के द्वारा 12 आवासीय विद्यालयो का संचालन किया जा रहा है |
- कल्याण छात्रावास योजना – पिछरा वर्ग एवं अतिपिछरा वर्ग के छात्र /छात्राऔ को पठन पाठान की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए छात्रावास योजना का संचालन किया जा रहा है जिसमे cort , materass, चादर , पठन ,पठान हेतु टेबुल कुर्शी ,खाना बनाने हेतु बर्तन एवं रसोइया आदि की सुबिधा दी जाति है|
- जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास योजना – इसके अंतर्गत अतिपिछरा वर्ग के छात्रो के लिए सभी जिलो में 100 आसान वाले छात्रावासो का निर्माण कराया जा रहा है |
- प्राक परीक्षा प्रशिक्षण केंद्र – सभी 38 जिलो में बिहार राज्य पिछरा वर्ग वित् एवं विकास निगम के माध्यम से प्राक परीक्षण केंद्र संचालन की स्वीकृति दी गई है |
- पिछरा वर्ग एवं अत्यंत पिछरा वर्ग कौशल विकास योजना – बिहार राज्य पिछरा वर्ग वित् विकास निगम के मद्धम से पिछरा वर्ग एवं अति पिछरा वर्ग कौशल विकास योजना का संचालन किया जा रहा है |