बिहार बढ़ फसल छती अनुदान |
बिहार में बाढ़ के कारण किसानो को बहुत ही ज्यादा नुकसान हुआ है ऐसे में बिहार आपदा प्रबंधन विभाग ने किसानो को उनके फसल छती पर अनुदान देने की घोषणा किया था ऐसे में उन किसानो को अनुदान दिया जाएगा जिनका फसल बाढ़ के करना नुकसान हुआ है|
बिहार में लगभग 20 जिलो के 234 प्रखंडो को अनुदान दिया जाएगा साथ ही इन प्रखंडो का आवेदन भी जल्द ही शुरू होगा| ऐसे में हम आपको बताने बाले है की कौन कौन से जिलो को इसमें जोड़ा गया है और अनुदना मिलेगा आपदा बिभाग ने सरकार से 999.6 करोड़ रुपये की मांग की है लेकिन ऐ मुआबजा सिर्फ उन किसानो को मिलेगा जिनका 33 प्रतिसत या उस से अधिक नुकसान हुआ है अगर की भी किसानो का इस कम नुकसान हुआ है उस मुआबजा देने की बात नही की गयी है बिभाग के पास जो लिस्ट आई है उस के अनुसार संचित छेत्र के अधिक नुकसान हुआ है क्युकी इस छेत्र में 7.17लाख एकर में लगी फशल को नुकसान हुआ है पर जबकी असंचित छेत्र में 30.हजार में से 6 हजार हेक्टर में लगी फसलो का 33 प्रतिशत से अधिक नुकशान हुआ है
बाढ़ से प्रभाभित जिलो के नाम –
- अररिया
- मुजफ्फरपुर
- दरभंगा
- सारण
- सिवान
- बैसाली
- मधुबनी
- समस्तीपुर
- बेगुसराय
- गोपालगंज
- खगरिया
- पु . चम्पारण
- प . चम्पारण
- कटिहार
- शिवहर
- भागलपुर
- सीतामढ़ी
- मधेपुरा
- सहरसा
- पूर्णिया
आपदा प्रबंदन द्वारा जारी प्राबधान
39 | 12 | 13 | 18 | 68 |
हजार प्रति हेक्टर जमीन के व्यापक छति | हजार 200 रुपये प्रति हेक्टर तीन फिट बालू जमा होने पर | हजार 500 प्रति हेक्टयर सिंचित छेत्र में फसल नष्ट जाने पर | हजार प्रति हेक्टेयर पेरेनियल (सालाना ) फसल में | 100 रुपये प्रति हेक्टेयर असिंचित छेत्र में फसल नष्ट होने पर |
234 प्रखंडो में हुआ कुल नुकशान –
बाढ़ से उत्तर बिहार और कोशी के लगे 20 जिलो को बहुत नुकशान हुआ है |सबसे जायदा नुकसान मुज्ज्फ्फरपुर जिले में हुआ है वहा 1.09 लाख हेक्टर की फसलो का नुकसान हुआ है और दुसरे नंबर पर पूवी चम्पारण है वहा लगभग 98 हजार हेक्टर में लगी फसल का नुकसान हो गया है |